Hariyali Teej Kab hai | हरियाली तीज क्यों मनाई जाती है?

Hariyali Teej Kab hai | हरियाली तीज क्यों मनाई जाती है?
Hariyali Teej Kab hai | हरियाली तीज क्यों मनाई जाती है?

Hariyali Teej Kab Ki Hai : Welcome to my blogs! in this post we will learn about Hariyali Teej Vrat. Hariyali Teej Kab Ki Hai etc.

हरियाली तीज क्या है ?

हरियाली तीज हिन्दू धर्म का एक प्रसिद्द त्यौहार है जिसे पवित्र सावन महीने मनाई जाती है . यह त्यौहार भगवान् भोलेनाथ और देवी पार्वती के पवित्र मिलान के स्मृति में मनाया जाता है . सुहागन महिलाएं इस व्रत को करती है ताकि उसकी दाम्पत्य जीवन सदा खुशियों से भरा रहे.

हरियाली तीज क्यों मनाई जाती है

हरियाली तीज को श्रावणी तीज के नीम से लोग जानते है . कुछ लोग इसे श्रावणी तीज भी कहते है . यह पवित्र त्यौहार भगवान् भोलेनाथ और माँ पार्वती को समर्पित है . यह त्यौहार पवित्र श्रावण महीने में मनाया जाता है . श्रावण महीना आते ही भगवान् भोलेनाथ की महिमा का वर्णन हर गली-गली में होने लगता है . श्रावण महीना में पांच सोमवार पड़ता है जो भगवान् भोलेनाथ को जल अर्पित करने के लिए उत्तम समय है अर्थात भगवान् की भक्ति के लिए उपयुक्त है . हरियाली तीज हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण त्यौहार माना जाता है क्योकि यह पवित्र त्यौहार भगवान् भोलेनाथ और माँ पार्वती के विवाह के उपलक्ष में मनाई जाती है .

Hariyali Teej Kab Ki Hai

हिन्दू पंचांग के अनुसार हरियाली तीज का त्यौहार हर साल पवित्र श्रवण महीने के शुक्ल पक्ष के तृतीया तिथि को मनाई जाती है . लेकिन यह त्यौहार साल 2025 में 27 जुलाई रविवार के दिन आएगी . हरियाली तीज के त्यौहार को आप ये वीडियो में भी देख सकते है . पूरा वीडियो जरूर देखें :

अगर वीडियो अच्छी लगे तो एक लाइक जरूर करें . हम ऐसे ही धार्मिक कंटेंट लेकर आता हूँ. चैनल को सब्सक्राइब भी कर लें.

हरियाली तीज का महत्व

हरियाली तीज का पवित्र त्यौहार श्रावण महीने के शुक्ल पक्ष के तृतीया तिथि को मनाई जाती है . हरियाली तीज का त्यौहार केवल आस्था और भक्ति का ही नहीं बल्कि सुहागिन महिलाओं तथा कुंवारी कन्याओं के लिए भी अत्यन्य उत्तम त्यौहार है . क्योकि इस त्यौहार में सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके मेहंदी लगाती है और भगवान् भोलेनाथ और माँ पार्वती की पवित्र मन से पूजा और अर्चना करती है . और अपने सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए भगवान् भोलेनाथ और माँ पार्वती से आशीर्वाद की कामना करती है . तथा कुंवारी कन्याएं भी मनचाहा उत्तम वर के लिए भगवान् से प्रार्थना करती है . हरियाली तीज का त्यौहार प्रकृति के लिए आनंद और सौंदर्य का त्यौहार है .

हरियाली तीज पर आधारित पौराणिक कथा

माँ पार्वती का जन्म राजा हिमालय के पुत्री के रूप में हुई थी . जब वह शादी के लायक हो गई थी . तो एकबार महर्षि नारद राजा हिमालय के यहाँ आये. उन्हें भगवान् विष्णु ने ये सन्देश देकर भेजा और कहलवाया की हमें आपकी रूपवती और तेजस्वी कन्या से विवाह करना चाहते है . राजा हिमालय ने ये खबर सुनकर अति प्रसन्न हुए और इस प्रस्ताव को स्वीकार भी कर लिया . लेकिन जब उसने यह खबर को अपनी पुत्री को सुनाया तो वे अत्यंत दुखी हो गए . क्योकि उन्होंने भगवान् भोलेनाथ को पति के रूप में पाना चाहती थी . फिर पार्वती ने यह बात अपनी सखी को बताया और पूछा की यह कैसे संभव होगा . फिर उनकी सहेली ने पार्वती को उचित सलाह दी कहा की भगवान् भोलेनाथ को पति रूप में पाने के लिए उन्हें कठिन कठिन तप और व्रत करने की सलाह दिया .

उनकी सलाह को मानकर पार्वती जंगल में चली गई और वहां उन्होंने भगवान् भोलेनाथ की एक विशाल शिवलिंग की स्थापना की और कठोर तपस्या करने लगी . उन्होंने अन्न और जल का भी त्याग कर दिया . और इस प्रकार निर्जला सबसे कठिन उपवास होता है किया और भगवान् की तपस्या करती रही . उनकी ये कठिन तपस्या और व्रत से भगवान् भोलेनाथ प्रसन्न हुए और उनको दर्शन दिए . और उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया . तब राज हिमालय जंगल में अपनी पुत्री को लेने आये यो पुत्री ने कहा की में महल में तभी चलूंगी जब आप भगवान् भोलेनाथ को मेरे पति के रूप में स्वीकार करेंगे . तो राजा हिमालय राजी हो गए . फिर भगवान् भोलेनाथ और माँ पार्वती का विवाह संपन्न हुआ . इसलिए इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लम्बी आयु और सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए यह व्रत रखती है .

निष्कर्ष :
पौराणिक धर्म-ग्रंथों के अनुसार माँ पार्वती ने भगवान् भोलेनाथ को पति रूप में पाने के लिए हजारों बर्षों तक तपस्या की थी . और भगवान् भोलेनाथ उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर श्रावण महीने के शुक्ल पक्ष के तृतीया तिथि को ही माँ पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था . इसलिए हरियाली तीज का त्यौहार मनाया जाता है .

FAQs

Q. हरियाली तीज का त्यौहार कब मनाया जाता है ?
Ans: हरियाली तीज का त्यौहार श्रावण महीने के शुक्ल पक्ष के तृतीया तिथि को मनाई जाती है .अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह त्यौहार 27 जुलाई रविवार के दिन मनाई जाएगी .

Q. हरियाली तीज का त्यौहार किस देवी-देवता को समर्पित है ?
Ans: यह त्यौहार भगवान् भोलेनाथ को समर्पित है .

Q. हरियाली तीज क्यों मनाई जाती है ?
Ans: हरियाली तीज भगवान् भोलेनाथ और माँ पार्वती के विवाह के स्मृति में मनाई जाती है .क्योकि इसी श्रवण शुक्ल पक्ष tritiya के दिन भगवान् भोलेनाथ ने माँ पार्वती को patni के रूप में स्वीकार किया था .

Q. हरियाली तीज के त्यौहार को किस धर्म के लोग मनाते है ?
Ans: सनातन धर्म

Q. हरियाली तीज कौन मनाता है ?
Ans: सुहागिन महिलाएं और कुंवारी कन्याएं.

Q. हरियाली त्यौहार किस अवस्था में मनाई जाती है ?
Ans: हरियाली तीज मनाई जाती है जब धरती में चारो तरफ हरियाली होती है .

Q. हरियाली तीज पर महिलाएं किस रंग की साड़ी और चूड़ी पहनती है ?
Ans: हरियाली तीज पर महिलाएं हरी रंग की साड़ी और चूड़ी पहनती है .

निष्कर्ष : दोस्तों ! उम्मीद करता हूँ हमारी ये पोस्ट आप सभी को बहुत पसंद आई होगी . है इसी तरह के धार्मिक और पर्व तीज त्यौहार पर आपके लिए बेहतरीन पोस्ट लता रहता हूँ .

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top