
Essay of Cow : Welcome to my blogs! here we are going to write Essay of Cow (Essay on the Cow in hindi) for children and studnts.
हम भारत देश में रहते है . और यहाँ के अधिकतर जनसंख्यां गावों में रहती है . ऐसे में गाय उनका मुख्य और सहयोगी पशु है . गाय एक ऐसा घरेलु पशु है जो बहुत ही उपयोगी पशु है . गाय एक पशुधन है . गाय से हमें दूध मिलती है जो एक अमृत के समान है . गाय का दूध एक multivitamin का काम करता है चाहे वो बच्चा हो या कोई रोगी मनुष्य . अगर उसे रेगुलर गाय का दूध दिया जाय तो उनकी नर्वस सिस्टम बहुत तेजी से रिकवर होता है . हिन्दू धर्म के धर्म ग्रंथों में गाय को गौमाता कहा गया है . कामधेनु गाय देवताओं के पास होती है . और उसका दूसरा रूप हमारे पास होती है . गाय में 33 करोड़ देवता का वास होता है . ऐसा मान्यता है . और कक्षा में छात्रों को गाय पर निबंध हमेशा से लिखने को दिया जाता है . तो हम इस पोस्ट में गाय पर निबंध की चर्चा करेंगे .
गाय पर निबंध 10 लाइन (100 शब्दों में)
गाय एक पालतू और घरेलु पशु है . गाय को चौपाया जानवर भी कहते है . इनके चार पैर, दो आँख , दो बड़े-बड़े कान , एक लम्बी सी नाक, एक बड़ा सा पेट तथा एक लम्बी पूंछ होती है . इन्हे दो नुकीले सींग भी होते है . गाय हरी-हरी घास के आलावा , पुआल तथा खर-पतवार भी खाती है. गाय हमें दूध देती है . गाय एक बछड़ा भी देती है जो बड़ा होकर बैल बनता है और खेतों में हल जोतने के काम में आता है . गाय गोबर भी देती है . गाय के गोबर खेतों के लिए अत्यंत उपजाऊ होती है . गाय बहुत ही उपयोगी और लाभदायक जानवर है .
essay on cow 10 lines
- Cow is a domestic animal.
- Cow is a four-footed animal.
- It has four legs, 2 horn, 2 eyes, one nose, one belly and a long tail.
- A cow eats green grass and husk etc.
- Cow goes to the filed to graze himself and back to home.
- She is very gentle animal.
- Cow gives us milk and it is very beneficial for our health.
- Cow gives us a calf it becomes ox and plogh on the field.
- Cow gives us dung it is very fertile for field.
- It is very useful for use and we love it.
गाय पर निबंध 15 लाइन (200 शब्दों में)
गाय एक पालतू चौपाया जानवर है . इनके दो नुकीले सींग , दो चमकदार आँख , एक लम्बी-सी नाक, दो बड़ी सी कान ,चार पैर, एक लम्बी पूंछ और एक बड़ी सी पेट होता है . गाय देश के हर हिस्से में पाई जाती है . यूँ कहे तो गाय दुनिया के सभी हिस्से में पाई जाती है . अंतर् केवल मौसम के कारण अलग अलग होती है . वैसे तो गाय की कई किस्मे होती है जैसे : साहीवाल, गीर, लाल सिंधी, राठी, थारपारकर, हरियाणवी, कांकरेज, देवनी. इनमे साहीवाल प्रजाति उत्तम किस्म की मानी जाती है , क्योकि ये ज्यादा दूध देती है .
गाय बहुत ही महत्वपूर्ण जानवर होती है . क्योकि ये हमें दूध देती है . दूध से हम घी , दही, पनीर , छाश तथा मिठाइयां जैसी कई आइटम बना सकते है . गाय का दूध हमारे लिए अमृत के सामान माना गया है . गाय का गोबर अगर खेतों में डाला जाय तो खेत सोना उगलती है . खेत की पैदावार कई गुना बढ़ जाती है . खेतों में गोमूत्र का छिड़काव करने से हानिकारक कीटाणु मर जाते है . गाय एक बछड़े को जन्म देती है जो बड़ा होकर हम उसे खेत जोतने में काम में लेते है .
गाय पर निबंध हिंदी 500 शब्दों में
कक्षा में अक्सर छात्रों को गाय पर निबंध लिखने को दिया जाता है . इसलिए हम छात्रों के लिए 500 शब्दों में निबंध लिखने जा रहा हूँ .
गाय एक घरेलु जानवर है . गाय को पशुधन के रूप में पाला जाता है . गाय को चार पैर होने की वजह से इसे चौपाया जानवर कहते है . गाय का उल्लेख हिन्दू धर्म ग्रंथों में मिलता है . समुद्र मंथन के उपरांत कामधेनु गाय निकली थी . जिसे देवताओं के लिए दे दिया गया . उसी गाय का दूसरा रूप भगवान् से हमें मिली है . वैसे गाय को अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है . क्योंकि गाय हमारे लिए बहुत ही उपयोगी है . इसे रख-रखाव में भी हमें कोई ज्यादा खर्चा नहीं करना पड़ता है .
गाय की बनावट अन्य जानवरों की तरह ही होती है . गाय को चार पैर होती है जिससे वह रोज-रोज अपने आप चरने के लिए चली जाती है और समय पर अपने घर लौट आती है . गाय को दो नुकीले सींग होती है जिससे वे अपनी रक्षा जंगली जानवर या पागल कुत्ते से कर सकती है . गाय को दो आंख्ने , दो बड़ी बड़ी कान एक लम्बी पूछ होती है . तथा इसे लम्बी सी पेट होती है . गाय कई रंगों में पाई जाती है जैसे: सफ़ेद , काली , लाल , बादामी तथा चितकबरी आदि हम गाय को गौमाता कहते है गाय को हिन्दू धर्म-ग्रंथों में माता का सम्मान दिया गया है . यह हमारे लिए बहुत उपयोगी प्राणी है .
गाय अपने शारीरिक बनावट सरंचना तथा रंग-रूप के अनुसार कई प्रकार की होती है . जैसे: बड़की गाय, मझली गाय , छोटकी गाय तथा जर्सी गाय . वैसे तो गाय दुनिया के सभी देशों में हर जगह पाई जाती है . उसके अनुसार वह बड़ी और छोटी आकर की हो सकती है . गाय की कुछ प्रजाति अलग होती है जो ज्यादा दुधारू मानी जाती है . जिनके नाम इस प्रकार है : साहीवाल, गिर तथा रेड सिंधी आदि . भारत में गाय की ये नस्लें दुधारू हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं: गिर गाय, साहीवाल गाय, रेड सिंधी गाय, थारपारकर गाय, देवनी गाय. गिर गाय को भारत की सबसे ज़्यादा दुधारू गाय माना जाता है. यह एक दिन में 30 से 50 लीटर तक दूध देती है. गाय की एक नस्ल और होती है जिसे जर्सी गाय कहते है , वह भी दूध ज्यादा देती है .
गाय चारे के रूप में हरी-हरी घास कहती है और घास के आलावा पुवाल था भुस्सी आदि कहती है . कुछ लोग गाय को चुन्नी और भुस्सी खिलाते है ताकि दूध ज्यादा देती है .गाय का दूध बच्चों के लिए विटामिन का अच्छा स्रोत मन जाता है . गाय अपने आप चरने चली जाती है और पानी पीने के लिए तालाब या नदी में जाकर पानी पीकर अपने घर आ जाती है . गाय का गौशाला भी छोटा होता है . गाय का दूध बहुत से दही , घी , छास, पनीर तथा अन्य कई प्रकार की मिठाई वाले आइटम बनाये जाते है . भगवान् की पूजा में भी गाय का दूध और गाय का दही का भोग लगाया जाता है . कथा में भगवान् विष्णु के चरणामृत में भी गाय का दूध का इस्तेमाल होता है . और गाय का दूध को dr first preffer करते है . इसे अमृत के सामान माना गया है .
गाय एक सुंदर सा बछड़ा देती है जो बहुत प्यारा होता है . वह गाय का दूध पीकर बहुत जल्दी बड़ा हो जाता है . और बड़ा होकर बैल बनता है . जिसे हम अपने खेतों में जुताई में काम में लेते है . आजकल तो ट्रेक्टर का चलन हो गया है फिर भी गांव के छोटे किसान हल और बैल से ही खेती करते है . गाय का गोबर खेतों के लिए उर्वरक का काम करता है . अगर खेतों में गाय का गोबर डाला जाय तो खेतों की उर्वरक शक्ति कई गुना बढ़ जाती है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है . गाय जीते जी इतना फायदेमंद है लेकिन गाय के मरने के बाद इनकी हड्डिया से कई प्रकार के सामान बनते है .
गाय का हिन्दू धर्म के धर्म ग्रंथों में बहुत ही महत्व बताया गया है . गाय हमारी माता के समान है . गाय में 33 करोड़ देवी-देवता वास करते है . गाय की हत्या नहीं करना चाहिए . गाय की हत्या करने से गौ-हत्या का पाप लगता है . भोज देना होता है सात गांव भिक्षा मांगकर ब्राह्मण भोजन करवाना पड़ता है तब जाकर मुक्ति मिलती है . उत्तर प्रदेश सरकार योगी आदित्यनाथ प्रदेश के किसानों को गाय पलने के लिए सहायता राशि दे रही है . एक गाय पर 500 रुपए की सहायता राशि दिया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा गाय का पालन कर सके और वह समृद्ध हो सके . सरकार ने गाय की रक्षा के लिए गौ अभ्यारण का निर्माण भी किया है .
लेकिन कुछ लोग है जो गौ माश भी खा रहे है . ऐसे दुष्ट पर सरकार कार्रवाही जरूर करें . क्योकि हमारी आस्था तथा अर्थव्यवस्था का प्रतिक है .
FAQs
Q. गाय के बारे में पांच वाक्य क्या हैं?
Ans: गाय एक पालतू पशु है . गाय चौपाया जानवर है . गाय दूध देती है . गाय का दूध बच्चों के लिए स्वास्थ्यवर्धक होती है . गाय को हम गौमाता कहते है .
Q. गाय की कितने नस्ल पाई जाती है ?
Ans: गाय की दुधारू नस्लें ये है : साहीवाल , लाल सिंधी, काँकरेज ,मालवी, नागौरी , थारपारकर तथा पवाँर.
Q. गाय का वैज्ञानिक नाम क्या है ?
Ans: गाय का वैज्ञानिक नाम “बोस टॉरस” है.
Q. गाय के पर्यायवाची शब्द क्या हैं?
Ans: गाय के निम्न पर्यायवाची शब्द हैं: गौ, धेनु, पयस्विनी, सुरभी, माहेयी, गैया, गऊ, ऋषिभि, दौग्धी, भद्रा.
Q. संस्कृत में गाय को क्या कहते है ?
Ans: संस्कृत में गाय को धेनु कहते है .
निष्कर्ष : दोस्तों ! गाय पर निबंध आप सभी को कैसी लगी ? मुझे Comments करके जरूर बताएं. dhanyavad